बजट 2024 से इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमतें धड़ाम से गिरेंगी? जानें पूरी सच्चाई

बजट 2024 ईवीएस को लेकर ऑटोमोबाइल उद्योग में उम्मीदें बढ़ गई हैं। उद्योग के विशेषज्ञ और संघटन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कुछ बड़े सुधारों की उम्मीद कर रहे हैं, जो विकास, नवाचार और स्थिरता को बढ़ावा देंगे। इस लेख में, हम उन प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा करेंगे जिनकी अपेक्षा ऑटो उद्योग को बजट 2024 से है।

ग्रामीण आय में वृद्धि

ऑटोमोबाइल उद्योग का मानना है कि ग्रामीण आय में वृद्धि से ऑटोमोबाइल की मांग में वृद्धि हो सकती है। ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सुधार से दो-पहिया वाहनों की बिक्री में तेजी आ सकती है। इससे न केवल उद्योग को लाभ होगा, बल्कि यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाएगा।

  • ग्रामीण विकास पर ध्यान केंद्रित करना
  • दो-पहिया वाहनों की बिक्री बढ़ाना
  • आर्थिक सुधार का प्रभाव

पूंजी व्यय पर जोर

बजट 2024 में पूंजी व्यय पर जोर दिया जाएगा। अवसंरचना विकास पर ध्यान केंद्रित करने से ऑटोमोबाइल की लागत कम हो सकती है और इसे अधिक सुलभ बनाया जा सकता है। इससे समग्र आर्थिक विकास में भी तेजी आएगी।

  • अवसंरचना विकास की आवश्यकता
  • ऑटोमोबाइल की लागत में कमी
  • आर्थिक विकास को बढ़ावा देना

इलेक्ट्रिक वाहनों का प्रोत्साहन

ऑटो उद्योग के विशेषज्ञ वित्त मंत्री से ईवीएस को बढ़ावा देने के लिए उपायों की मांग कर रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए प्रोत्साहन योजनाएं जैसे कि फेम 3.0 का विस्तार, ईवीएस की व्यापक स्वीकृति को बढ़ावा दे सकती हैं।

  • ईवीएस को बढ़ावा देने के उपाय
  • फेम 3.0 का विस्तार
  • पुराने वाहनों के स्क्रैपिंग के लिए प्रोत्साहन

दो-पहिया और तीन-पहिया वाहनों पर ध्यान

एक रिपोर्ट के अनुसार, दो-पहिया, तीन-पहिया और ईवी बसों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। वर्तमान इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (EMPS) 31 जुलाई 2024 को समाप्त हो जाएगी। उद्योग इस योजना के विस्तार की उम्मीद कर रहा है।

  • दो-पहिया वाहनों पर जोर
  • तीन-पहिया वाहनों की मांग
  • ईवी बसों का महत्व

स्थानीय बैटरी उत्पादन का समर्थन

स्थानीय बैटरी उत्पादन और नवाचार को बढ़ावा देना ईवीएस की स्थिरता और लागत प्रभावशीलता के लिए महत्वपूर्ण होगा। उद्योग इस दिशा में अधिक समर्थन की अपेक्षा कर रहा है।

  • स्थानीय बैटरी उत्पादन का महत्व
  • नवाचार को बढ़ावा देना
  • ईवीएस की लागत प्रभावशीलता

ऑटो एसेसरी उद्योग की मांगें

ऑटो एसेसरी उद्योग ने पूंजी व्यय को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त निवेश भत्ते की पुन: शुरूआत की मांग की है। इसके अलावा, प्लांट और मशीनरी पर मूल्यह्रास दरों को 15% से 25% तक बढ़ाने की भी मांग की गई है।

  • अतिरिक्त निवेश भत्ते की मांग
  • मशीनरी पर मूल्यह्रास दरों में वृद्धि
  • जीएसटी दरों का समायोजन

डीलर समुदाय की अपेक्षाएं

ऑटोमोबाइल डीलर संघ ने वित्त मंत्री से व्यक्तिगत करदाताओं के लिए वाहनों पर मूल्यह्रास का लाभ उठाने की मांग की है। इसके अलावा, सीमित देयता साझेदारी और साझेदारी फर्मों के लिए कॉर्पोरेट कर में कमी की भी अपेक्षा की गई है।

  • व्यक्तिगत करदाताओं के लिए मूल्यह्रास लाभ
  • कॉर्पोरेट कर में कमी की मांग
  • डीलर समुदाय की आवश्यकताएं

स्टॉक्स पर प्रभाव

बजट 2024 की अपेक्षाओं ने कुछ ऑटोमोबाइल कंपनियों के स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव देखा है। बजाज ऑटो, टीवीएस और हीरो मोटोकॉर्प जैसे कंपनियों के स्टॉक्स ने हाल ही में प्रदर्शन में बदलाव देखा है। उद्योग इन कंपनियों से सकारात्मक परिणामों की उम्मीद कर रहा है।

  • बजाज ऑटो का प्रदर्शन
  • टीवीएस मोटर्स पर नजर
  • हीरो मोटोकॉर्प के स्टॉक्स

निष्कर्ष

बजट 2024 ईवीएस के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है। ऑटोमोबाइल उद्योग अपनी मांगों को लेकर आशान्वित है। वित्त मंत्री के द्वारा उठाए गए कदम न केवल उद्योग की वृद्धि को प्रभावित करेंगे, बल्कि इससे व्यापक आर्थिक विकास में भी योगदान होगा। उद्योग को उम्मीद है कि बजट में दिए गए प्रोत्साहन से ईवीएस की स्वीकृति और उपयोगिता में वृद्धि होगी।

इस प्रकार, बजट 2024 ईवीएस के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन सकता है, जो न केवल ऑटोमोबाइल उद्योग बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित होगा।

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